Sunday 26 November 2017

कुमार सानु @ 35 (Decade of kumar sanu songs)



प्रस्तुत है , कुमार सानु जी के कुछ चुनिंदा गाने जिन्हे आप net से ,youtube से  या mp3mad.com से गाने के बोल अनुसार डाउनलोड कर सुन सकते है | 

१)तू मिले दिल खिले 
२) मेरा चाँद मुझे आया है नजर 
३) दिल है की मानता नहीं (duet )
४) सोचेंगे तुम्हे प्यार करे की नहीं 
५) मेरा दिल भी कितना पागल है (duet )
६) सातो जनम में तेरे ( duet )
७) नहीं ये हो नहीं सकता (duet )
८) दो दिल मिल रहे है 
९) एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा 


१०) इस तरह आशिक़ी का असर छोड़ जाउगा 
११) तुमसे मिलने को दिल करता है (duet )
१२) तुम्हे देखे मेरी आँखें (duet )
१३) नजर के सामने  ( duet )
१४) तेरे दर पर सनम चले आये 
१५) सिकवा नहीं किसी से किसी से गिला नहीं 
१६) ए काश कही ऐसा होता 
१७) प्यार में दिल दे दिया (duet )
१८) बिन साजन झूला झुलु (duet )
१९) चुरा के दिल मेरा (duet )
२०) घूँघट की आड़ से (duet )
२१) हर सवाल का जबाब (duet )
२२) धीरे धीरे से मेरी जिंदगी में ( duet )
२३) बड़ी उदास है , जिंदगी 
२४) कितनी हसरत है , हमें 
२५) तेरे दर्द से दिल 


२६) चोरी चोरी मैंने भी तो (duet )
२७) यु ही कट जायेगा सफर (duet )
२८) ठहरे हुए पानी में 
२९ ) ये दुवा  है मेरी रब से (duet )
३०) तेरे इश्क़ में नाचेंगे 
३१) प्यार में होता है क्या जादू (duet )
३२) पायले झुनमुन झुनमुन (duet )
३३) इस प्यार से मेरी तरफ ना  देखो (duet )
३४) पहला ये पहला प्यार तेरा मेरा 
35) हम तेरी मोहब्बत में यु पागल रहते है | (duet )


लेखक ;- selected by,,,,,,,,,,, रविकान्त यादव 
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पर्यावरण पंचामृत ;-part 2 ( 7 sacred fruit tree )


हमारे शास्त्रों में एक पेड़ को १० पुत्रो के बराबर माना गया है , आइये जानते है , इनके धार्मिक महत्त्व व गुण 

१) आम ;- यह भारत में सबसे ज्यादा उत्पन्न होता है , इसे फलो का राजा भी कहते है | हिन्दु धर्म के साथ - साथ यह बौद्ध व जैन धर्म में भी पवित्र माना गया है , इसकी सुखी लकडिया टहनिया यज्ञ हवन में काम आती है , इसके पत्तो का तोरण शुभ माना जाता है , तथा इसके पत्तो को कलश स्थापना आदि में भी उपयोग होते है | 
इसके फल व फूल को देवो को भी अर्पित करने का विधान है , माना जाता है , इसे स्वर्ग से पृथ्वी पर नारद जी लाये थे | 

२) आँवला ;- इसे अत्यंत शुभ  माना जाता है , इसे अमृत फल भी कहते है , इसके फल ,चूर्ण व मुरब्बे के सेवन से तमाम व्याधिया दूर होती है , इसके एक वृक्ष लगाने से एक राजसूय यज्ञ का फल मिलता है , अक्षय नवमी के दिन इसके छाये तले भोजन करने -कराने व इसकी पूजा का  विधान है , | यह विष्णु का प्रिय फल है | 

३) बेल ;- शिवपुराण में बेल को साक्षात् शिव का स्वरुप कहा गया है , इसके पत्ते शिव को अत्यंत प्रिय है , इसकी उत्पत्ति देवी पार्वती  द्वारा पसीने की बूंदो से हुई है | इसको लगाने  से लोक -परलोक में अनेको लाभ मिलते है , इसको काटना महापाप माना जाता है , यह भी आंवले की तरह पूजनीय माना जाता है | गर्मियों में इसका शरबत या कैंडी सेवन शीतलता प्रदान करता है | 



४) जामुन ;- भगवान गणेश का प्रिय फल , इसकी सुखी टहनिया हवन आदि में प्रयोग होती है , इसके फल , पत्ती , गुठली , छाल लाइलाज मधुमेह रोग में रामबाण , इसे आम ,आंवले के साथ भी लगाया जाता है , भविष्य पुराण अनुसार  जामुन लगाने से धन की प्राप्ति होती है | 

5) केला ;- वास्तु अनुसार चारदीवारी में केला लगाना शुभ होता है , इसके पत्ते , तने व फल पूजा पाठ में प्रयुक्त होते है , मानना है , केले के पौधे में भगवान् वृहस्पति का वास होता है , इसको लगाने पर आर्थिक स्थिति ख़राब नहीं होती ,इसकी पूजा वृहस्पतिवार को होती है | 

6 ) अनार ;- वास्तु में इसका विशेष स्थान है , सुख -सम्बृद्धि दाता तथा घर में होने पर घर ग्रहो के दोष से बचाता है , इसके फूल को शहद में डुबो कर शिवलिंग पर अर्पित करने का विधान है | 

7) नारियल ;- इसे श्री फल कहते है , अर्थात भगवान् का फल , लगभग सभी शुभ कार्यो में प्रयुक्त , देवी स्थानों पर प्रिय , अत्यंत शुभ , व सबसे पवित्र फल होता है , यह हर समय उपलब्ध रहता है , इसका फल व पानी तमाम रोगो में  कारगार , देवभोग ,हवन,यज्ञ में मंगल कलश आदि में इसका उपयोग होता है , यह बहुउपयोगी वृक्ष व फल है | 


लेखक;- धार्मिक,,,,,,रविकान्त यादव 
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Friday 24 November 2017

महत्ता (importance)


वर्तमान समय भले ही net , google , android   आदि ने ले लिया है , परन्तु एक कुम्हार की तरह गुरु की महत्ता कभी कम नहीं होगी | 
अगर शिष्य यन्त्र है,तो गुरु उसकी ऊर्जा , जिसके बिना पौधे रुपी शिष्य का विकास शायद ही संभव हो | 



विश्व विजेता सिकंदर जिसे अलेक्जेंडर the ग्रेट कहा जाता जाता है , के गुरु अरस्तु , महान शासक चन्द्रगुप्त मौर्य के गुरु चाणक्य , बाद में इसी वंश चन्द्रगुप्त के पोते सम्राट अशोक के नाम से प्रसिद्द हुए | 


महान धनुर्धर अर्जुन के गुरु द्रोणाचार्य , हनुमान जी के गुरु भगवान् भास्कर सूर्य है , 
वीर छत्रपति शिवा जी के गुरु स्वामी रामदास , इसी तरह तमाम महान लोग जिनके महानता के पीछे गुरुवो का ही हाथ था | 

वर्तमान समय भले ही google , bing , yahoo , जैसे तमाम सर्च इंजन ,गुरुवो को चुनौती जरूर दे सकते है , परन्तु उसकी जगह नहीं ले सकते क्यों की रत्नो की परख उसके जौहरी ही कर सकते है | 
असतो माँ सद्गमय , तमसो माँ ज्योतिर्गमय || 
अतः शिक्षक एक प्रकाश पुंज है | 

लेखक;- गुरु पूर्णिमा पर......... रविकांत यादव 
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