इसी क्रम में ऊदबिलाव ने बकुले को अन्य जगह अपने अन्य रिश्तेदार को जो दूसरे तालाब में रहते थे , ऊदबिलाव ने उन्हें बकुले के द्वारा मछलिया पहुचाने को कहा , बकुला ख़ुशी ख़ुशी राजी हो गया ऊदबिलाव नित दो -चार मछलिया बगुले को देता , बगुले को बिन मांगी मुराद मिल गयी उसने ऊदबिलाव को विश्वास दिलाया की वह मछलिया उसके अन्य रिश्तेदारो तक जरूर पहुचा देगा वह आये दिन ऊदबिलाव से मछलिया लेता और उन्हें ले जाकर अपने घोसले में अपने बच्चो को खिला देता ,
on civil defence duty at v.t. temple b.h.u.
लेखक;- भरोसेमंद ____रविकान्त यादव for more click me ;-http://justiceleague-justice.blogspot.in/
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